खड्डा, कुशीनगर :: नवजात के शव को दफनाए जाने के बाद अब पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए निकालने की मजिस्ट्रेट से मांगी अनुमति

मु0 आसिफ, कुशीनगर केसरी, खड्डा, कुशीनगर। स्थानीय नगर के महाराणा प्रताप चौक के समीप अवैध रूप से संचालित विब्रांत अस्पताल में झोलाछाप डॉक्टर की लापरवाही से एक प्रसूता और उसके नवजात की मौत का सनसनीखेज मामला सामने आया है। इस मामले में पुलिस जांच का दायरा बढ़ रहा है। नवजात के शव को परिजनों द्वारा दफनाए जाने के बाद अब पुलिस ने इसे पोस्टमार्टम के लिए निकालने की अनुमति जिला मजिस्ट्रेट से मांगी है। अनुमति मिलने पर मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में शव को कब्र से निकाला जाएगा।
बताते चलें हनुमानगंज थाना क्षेत्र के रामपुर जंगल गांव निवासी आसमां खातून (25) को प्रसव के लिए एक दलाल ने झांसे में लेकर विब्रांत अस्पताल में भर्ती कराया था। अपने को सर्जन बताने वाले झोलाछाप सैयद ने गलत तरीके से ऑपरेशन किया, जिसके चलते ऑपरेशन के दौरान ही नवजात की मौत हो गई। अगले दिन प्रसूता आसमां खातून ने भी दम तोड़ दिया। परिजनों ने नवजात के शव को उसी रात कब्रिस्तान में दफना दिया था। घटना के बाद परिजनों ने अस्पताल के बाहर जमकर हंगामा किया और शवों को गेट के बाहर रखकर विरोध प्रदर्शन किया।सूचना पर पहुंची पुलिस ने प्रसूता के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा, जबकि नवजात का शव दफन होने के कारण पोस्टमार्टम नहीं हो सका। मामले की गंभीरता को देखते हुए मजिस्ट्रेट (एसडीएम) मोहम्मद जफर की मौजूदगी में स्वास्थ्य विभाग ने अस्पताल को सील कर दिया। जांच में पता चला कि अस्पताल बिना किसी पंजीकरण के संचालित हो रहा था। प्रसूता के पति सिकंदर की तहरीर पर पुलिस ने झोलाछाप सैयद के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। पुलिस अब अस्पताल के बोर्ड पर दर्ज अन्य चार डॉक्टरों की डिग्री की जांच कर रही है, लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो पा रहा है। वहीं खड्डा थाना प्रभारी हर्षवर्धन सिंह ने बताया कि नवजात के शव का पोस्टमार्टम कराने के लिए जिला मजिस्ट्रेट को पत्र लिखकर अनुमति मांगी गई है। शव निकालने की प्रक्रिया मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में होगी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद जांच में और तेजी आएगी।परिजनों और स्थानीय लोगों में इस घटना को लेकर भारी आक्रोश है। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन पर सवाल उठाते हुए अवैध अस्पतालों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की मांग की है। इस मामले ने एक बार फिर क्षेत्र में झोलाछाप डॉक्टरों और अवैध क्लीनिकों की समस्या को उजागर किया है।