कुशीनगर :: सो रहा सिंचाई विभाग, माइनर में पानी को तरस रहे किसानों ने किया प्रदर्शन

1
IMG-20250613-WA0325

🔴 नहर के हेड का फाटक का साफ्ट चोरी, नहरें सूखी, खेतों में आई दरारें।
🔴 किसानों ने दिया चेतावनी, विभाग पानी का प्रवाह सुनिश्चित करने की कवायद में।

जावेद अख्तर, कुशीनगर केसरी, पटहेरवा, कुशीनगर। मुख्य पश्चिमी गंडक नहर व चाफ रजवाहा में पानी आए एक सप्ताह हो गए, मगर धर्मपुर माइनर और पाकड़ माइनर अब भी प्यासे पड़े हुए हैं। नहरें सूख रहीं, खेत दरक रहे, मगर सिंचाई विभाग अब भी नींद से जागने को तैयार नहीं है। वहीं शुक्रवार को तंग आ चुके किसानों ने धर्मपुर माइनर के हेड पर प्रदर्शन कर विभाग को जमकर घेरा और चेतावनी दिया कि अगर फौरन पानी नहीं छोड़ा गया तो सड़कों पर उतर कर आंदोलन करेंगे।
आपको बता दें मजे की बात यह है कि धर्मपुर माइनर के फाटक को खोलने वाला छह फीट लंबा लोहे का साफ्ट चोर चुरा ले गए। फाटक अब टस से मस नहीं हो रहा और दोनों माइनर में पानी का बहाव पूरी तरह थम गया है। सिंचाई विभाग के जिम्मेदार इसे जैसे हल्की-फुल्की बात मान बैठे हैं, मगर किसान बेहाल हैं। पांच किलोमीटर लंबी धर्मपुर माइनर और तीन किलोमीटर लंबी पाकड़ माइनर के किनारे बसे धर्मपुर पर्वत, पर्वत छपरा, मठिया भोकरिया, दुमही, बंगरा रामबक्स राय, राजापाकड़, बरवा राजापाकड़, दुमही पश्चिम, बरमपुर, गोबरही और छोटकी राजापाकड़ गांवों के सैकड़ों किसान अब अपने सूखते खेतों को देखकर मायूस हैं। धान की रोपाई पिछड़ रही है, मक्का, गन्ना, केला, सब्जी की फसलें मुरझा रही हैं।
वहीं किसानों का आरोप है कि सिंचाई विभाग जानबूझकर समस्या को नजरंदाज कर रहा है। केन यूनियन संचालक प्रतिनिधि सत्यनारायण यादव के नेतृत्व में प्रदर्शन कर रहे सुनील पटेल, साधू यादव, मुकेश यादव, राजकिशोर यादव, भोलू यादव, सूरज, विजय श्रीवास्तव व पप्पू यादव आदि ने साफ कहा कि अब धैर्य की सीमा टूट रही है। अगर शीघ्र पानी नहीं छोड़ा गया तो आंदोलन होगा। सिंचाई विभाग के जेई धनेश्वर राय ने बताया कि साफ्ट की ढलाई के लिए गोरखपुर में ऑर्डर दे दिया गया है। फिलहाल वैकल्पिक व्यवस्था के तहत जेसीबी मंगाकर फाटक उठवाया जाएगा। नीचे ईंट लगवाकर पानी छोड़े जाने का निर्देश मेठ को दिया जा चुका है।

1 thought on “कुशीनगर :: सो रहा सिंचाई विभाग, माइनर में पानी को तरस रहे किसानों ने किया प्रदर्शन

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may have missed