प्रतापगढ़ :: आजादी के पूर्व का बना सार्वजनिक डामरीकरण हुए आम रास्ते को दबंगों ने किया बंद, ग्रामीणों में फैला आक्रोश

🔴 बंद रास्ते पर स्थित बुधवार को पंचायत भवन, एएनएम सेंटर, हेल्थ वेलनेस सेंटर में लटकता रहा ताला।
अमरजीत शर्मा, कुशीनगर केसरी, प्रतापगढ़। कोतवाली देहात थाना क्षेत्र के पुलिस चौकी मोहनगंज के ठीक सामने सिटकहा पूरे खुशई गांव में मंगलवार की रात सौ वर्ष पूर्व का पुराना पूरे गांव का सार्वजनिक आम रास्ता को दबंग महिला उसके पति एवं उसके दुष्ट लड़कों ने बंद कर दिया है। लखनऊ – वाराणसी राष्ट्रीय राजमार्ग से जुड़ा इसी आम रास्ते पर महज 200 मीटर की दूरी पर पंचायत भवन, एएनएम सेंटर, हेल्थ वेलनेस सेंटर भी स्थित है। क्षेत्र पंचायत ब्लॉक सदर की निधि से चकबंदी के पूर्व लगभग बीस वर्ष पहले क्षेत्र पंचायत सदस्य शैलेन्द्र सिंह के प्रयास से उक्त आम रास्ते पर खड़ंजा बिछाया गया था। वहीं जिला पंचायत सदस्य शोभा सिंह के प्रतिनिधि पुत्र मुन्ना सिंह के प्रयास से जिला पंचायत से दो वर्ष पूर्व उक्त सार्वजनिक आम रास्ते का डामरीकरण भी कराया गया था।जानकारी के अनुसार लखनऊ – वाराणसी राजमार्ग से जुड़े मुहाने पर उक्त रास्ते पर जलभराव कर दबंग राम अवध सिंह एवं उनकी पत्नी एवं बच्चों ने आम रास्ते को गड्ढे में तब्दील कर दिया है। उसी गड्ढों में दबंगों द्वारा नापदान का पानी भरा जाता है जिसमें गिर कर ग्रामीण आए दिन चोटहिल होते रहते है। ग्रामीणों की शिकायत पर ग्राम प्रधान पूरे खुशई माया देवी के प्रतिनिधि पति विनोद सिंह ने गड्ढे को पाटने के लिए सीमेंटेड गिट्टी पत्थर गिरवाया था। जिसे उक्त दबंगों ने इकट्ठा कर आम रास्ते को पूरी तरह से बंद कर दिया है। ग्रामीणों ने बताया कि पूर्व ग्राम प्रधान भोला नाथ गुप्ता के कार्यकाल में चकबंदी हुई थी, रास्ता अभिलेखों में दर्ज न हो इसके लिए साजिशन दबंगों ने न्यायालय में वाद दायर कर पूर्व में प्रकरण को विवादित बना दिया था।अब उसी वादग्रस्त सार्वजनिक रास्ते को दबंग अपनी भूमिधरी बताकर पूरी तरह से आवागमन बाधित कर दिया है। बुधवार को ग्राम प्रधान प्रतिनिधि विनोद सिंह ने दर्जनों ग्रामीणों के साथ जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक को अवरुद्ध मार्ग खुलवाए जाने हेतु प्रार्थना पत्र दिया है। बड़ा सवाल कोई पीड़ित प्रसूता आखिर अब कैसे पहुंचेगी उक्त मार्ग से होकर जाने वाली सड़क पर स्थित मोहनगंज उपकेंद्र एएनएम सेंटर। वहीं ग्रामीणों के प्राथमिक उपचार के लिए नियमित आने वाली सीएचओ आखिर कैसे पहुंचेगी अब अपने हेल्थ वेलनेस सेंटर। जबकि आज दिनभर पंचायत भवन एवं हेल्थ वेलनेस सेंटर आदि पर ताला लटकता मिला। बावजूद कोई भी जिम्मेदार ताला बंद होने और गैर हाजिर रहने की खोजबीन नहीं की।
मुख्य आम रास्ता (सड़क) बंद होने से ग्रामीणों के साथ ही साथ एएनएम, सीएचओ, ग्राम प्रधान, ग्राम रोजगार सेवक आक्रोशित है। जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधि मुन्ना सिंह ने कहा है कि डामरीकरण हुए सरकारी रस्ते को बंद करने वाले दबंगों को नोटिस विभाग द्वारा भेजकर आवश्यक कार्यवाही कराई जाएगी। वहीं सार्वजनिक आम रास्ते को खुलवाने के लिए हर स्तर की लड़ाई लड़ी जायेगी साथ ही साथ प्रशासन से दबंगों को सबक भी सिखावाया जाएगा।