कुशीनगर :: डीआईओएस ने बनाया सीएम जनसुनवाई पोर्टल को मजाक, कर दिया फर्जी रिपोर्ट लगा शिकायत का निस्तारण

0
IMG_20250826_050248

🔴 श्री गंगा बक्श कनोडिया इंटर कालेज के सहायक अध्यापक देवेन्द्र पाण्डेय, वीरेंद्र पाण्डेय व श्याम नरायण पाण्डेय द्वारा बिना कार्य किये दो वर्ष का एरियर निकालने का मामला।

आदित्य प्रकाश श्रीवास्तव, कुशीनगर केसरी, कुशीनगर। आम जनमानस की सुनवाई और उनकी समस्याओं के त्वरित निस्तारण के लिए शुरू किये गये मुख्यमंत्री जनसुनवाई पोर्टल को जिला विद्यालय निरीक्षक ने बनाया मजाक। हुआ यह है कि शिकायत में बिना मौके पर पहुंचे और साक्ष्यों का बगैर अवलोकन किये हीं डीआईओएस ने कार्यालय में बैठे-बैठे फर्जी रिपोर्ट लगाकर शिकायतों का निस्तारण कर दिया जा रहा। नतीजतन दोषियों के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं होने के कारण इनके हौसले बुलंद है।
बता दें कि 6 अगस्त 2025 को शिकायतकर्ता ने मुख्यमंत्री जनसुनवाई पोर्टल शिकायत संख्या- 40018925022508 पर जनपद के कप्तानगंज स्थित गंगा बक्श कनोडिया इंटर कालेज के सहायक अध्यापक देवेन्द्र पाण्डेय, वीरेंद्र पाण्डेय तथा श्याम नरायण पाण्डेय के खिलाफ शिकायत दर्ज करायी थी। इन शिक्षको पर आरोप है कि यह तीनों अध्यापक देवेन्द्र पाण्डेय, वीरेंद्र पाण्डेय व श्याम नरायण पाण्डेय जुलाई – 2012 से मार्च – 2014 तक विद्यालय मे बगैर कार्य किये तथ्य गोपन व कूटरचित अभिलेख तैयार कर लाखो रुपये एरियर निकालकर सरकारी खजाना लूटने का कार्य किया है। शिकायतकर्ता ने अपने शिकायत में कहा है कि विद्यालय के मूल उपस्थिति पंजिका मे इन अध्यापको का हस्ताक्षर नही है जिसकी जांच करा ली जाए तो दूध का दूध और पानी का पानी साफ हो जायेगा। सीएम कार्यालय से जिला विद्यालय निरीक्षक श्रवण कुमार गुप्त को इस प्रकरण की जांच कर आख्या प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया था।
वहीं जानकारों का कहना है कि इस प्रकरण में डीआईओएस को विद्यालय मे स्वंय जाकर वर्ष 2012 से 2014 का मूल उपस्थिति पंजिका की जांच करनी चाहिए, इसके बाद प्रकरण में अपनी आख्या लगानी चाहिए। किन्तु जिला विद्यालय निरीक्षक श्रवण कुमार गुप्त ने ऐसा नही किया जो आरोपी शिक्षको से प्रभावित होकर उन्हे बचाने का प्रयास की ओर इशारा करती है। सूत्र बताते है कि डीआईओएस ने आरोपी शिक्षक देवेन्द्र पाण्डेय, वीरेंद्र पाण्डेय व श्याम नरायण पाण्डेय द्वारा तथ्य गोपन व तैयार कराये गये कूटरचित अभिलेखों को साक्ष्य मानकर इन्हे क्लीनचिट देते हुए प्रकरण का निस्तारण कर दिया।
हालाकि डीआईओएस द्वारा प्रकरण को फर्जी तरीके से निस्तारण किये जाने के बाद शिकायतकर्ता ने तुरंत जनसुनवाई पोर्टल पर अपने शिकायत संख्या – 40018925022508 पर रिमाइंडर दर्ज कराते हुए विद्यालय के मूल उपस्थिति पंजिका की जांच कराने की मांग की है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *