कप्तानगंज/कुशीनगर :: नदी में नहाते समय डुबने से युवक की हुई मौत, पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए भेजा शव

🔴 हर वर्ष होती है ऐसी दुर्घटनाएं, प्रशासन ने घोषित कर रखा है डेंजर जोन।
🔴 गर्मी में सैकड़ों की संख्या में रोजाना आते हैं युवा,रील बनाने और सेल्फी की लगी रहती है होड़।
डेस्क कुशीनगर केसरी, मथौली बाजार, कुशीनगर। कप्तानगंज थाना क्षेत्र अंतर्गत छोटी गंडक नदी के फरदहां घाट पर नहाते समय बुधवार को दोपहर के समय एक युवक गहरे पानी में चला गया, साथ आए दोस्तों द्वारा काफी खोजबीन की गई लेकिन पता नहीं चला। वहीं गुरुवार को उसकी लाश पानी में तैरते हुए दिखाई दिया, स्थानीय लोगों के सूचना से मौके पर पहुंच कर पुलिस में शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
बताते चलें कि कप्तानगंज थाना क्षेत्र अंतर्गत बहने वाली छोटी गंडक नदी के फरदहां घाट (सेमरहिया)जहां झरने के रूप में पानी बहने से यहां पर आसपास के दर्जनों गांवों के युवा रोजाना मोटरसाइकिल से सैकड़ो की संख्या में नहाने पहुंचते हैं और नहाते समय रील और सेल्फी लेते हैं, वहीं बुधवार को हाटा से कुछ युवा इस झरने में नहाने आए थे, जिसमें हाटा वार्ड नं 23 (मुख्य बाजार) निवासी आयुष वर्मा पुत्र अशोक वर्मा उम्र 18 वर्ष जो की नहाते समय तैरते हुए गहरे पानी में जाने की वजह से डुब गया, वहां मौजूद साथियों और अन्य लोगों ने उसे खोजने की काफी कोशिश की लेकिन उसका कुछ पता नहीं चला, थक हारकर वह लोग अपने घर चले गए, वहीं गुरुवार को सुबह कुछ लोग उस घाट के तरफ शौच के लिए गए थे, जिन्हें पानी में तैरता हुआ शव दिखाई दिया, उन्होंने इसकी सूचना मथौली चौकी को दिया, वहीं चौकी इंचार्ज अरविंद राय मयफोर्स वहां पहुंचे तथा शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। वहीं घटना की जानकारी होने पर विधायक हाटा मोहन वर्मा भी घटनास्थल पर पहुंचे तथा घटना के संबंध में जानकारी प्राप्त करते हुए पुलिस प्रशासन से उक्त स्थान पर नहाने वालों के प्रति कार्यवाही की बात किया।
बता दें कि पिछले कई सालों से यह सिलसिला लगातार जारी है और हर साल किसी न किसी युवा की डूबने से मौत के बाद कुछ दिनों के लिए यह सिलसिला थम जाता है, लेकिन फिर से वहीं सिलसिला शुरू हो जाता है। कप्तानगंज पुलिस ने इसे डेंजर जोन घोषित कर रखा है और यहां जाने पर पाबंदी है लेकिन आए दिन युवा गर्मी से राहत पाने और सेल्फी तथा रील बनाने के चक्कर में इस झरने में नहाने आते हैं अब तक इस झरने में डूबने से आठ लोगों की मौत हो चुकी है। इसको लेकर अखबार द्वारा खबर भी चलाई गई थी उसके बावजूद भी प्रशासन ने इसका संज्ञान नहीं लिया। आखिरकार प्रशासनिक लापरवाही और युवाओं की मनबढ़ता से एक और युवा की जान चली गई। वहीं देखना होगा कि इस घटना के बाद प्रशासन द्वारा ठोस कदम उठाए जाते हैं या यहां पर मौतों का सिलसिला जारी रहेगा ?