देवरिया :: कृषि मंत्री की शिकायत में विद्युत कटौती की नजर आई अहम भूमिका

🟣 खेत सूख रहे, ट्यूबेल बन्द, नहर में संतोषजनक पानी नहीं।
🟣 खून की आंसू बहाने पर किसान और उपभोक्ता हैं मजबूर।
राजू प्रसाद श्रीवास्तव, कुशीनगर केसरी, देवरिया। प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही की छबि में जहां चार चांद लगे हुए हैं वहीं बिजली की कटौती से दिन प्रति दिन उनकी छबि धूमिल भी हो रही है। वहीं मिली जानकारी के अनुसार प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने जहां विधानसभा पथरदेवा में ऊर्जा मंत्री के समक्ष उनकी सराहना की थी। आज उसी ऊर्जा मंत्री पर पूरे प्रदेश में जनता दोषपूर्ण आवाज उठा रही है।
बताते चलें देवरिया जिले के विकास खण्ड पथरदेवा सहित गोरखपुर मण्डल का प्रत्येक जिला बिजली की कटौती का शिकार बन गया है। एक तरफ आसमान से आग बरस रहे हैं और वहीं कम वर्षा वाले क्षेत्र के किसान खून की आंसू बहाने पर विवश हो रहे है। बिजली की कटौती ने किसानों और विपक्ष नेताओं का दिल और दिमाग वर्तमान सरकार के कार्यो पर निशाना साधने पर मजबूर हो गया है। विधुत के कमी के कारण आज किसानो के खेत में न ट्यूबेल चल रही है और ना हीं पानी का मोटर। इसी क्रम में किसानों को नहरों की पानी भी क्षमता के अनुसार नही मिल पा रही है ताकि किसानों को राहत मिल सके। उमस भरी गर्मी के कारण बिजली उपभोक्ताओं का बुरा हाल हो गया है। परन्तु इन बिंदुओं पर वर्तमान सरकार अभी चुपी साधी हूई है कि आखिकार बिजली व्यवस्था इस प्रकार ठप क्यों होती जा रही है। जबकि योगी सरकार के द्वारा शहरों में 20 घण्टे एवं गाव में 18 घण्टे बिजली देने का वादा किया गया था।