देवरिया :: बिजली संविदा कर्मियों के वाद संवाद का होगा निस्तारण – वीरेंद्र

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🔴 सम्मानित बिजली कर्मचारियों के पहल पर एक बैठक अनिवार्य, बैठक में सम्लित रहेंगे मुरारी मोहन शाही।
डेस्क कुशीनगर केसरी, बघौचघाट, देवरिया। बिजली घर पर तैनात जेई अमित कुमार ने कुछ विधुत कर्मचारियों के अवैध वसूली पर ब्रेक लगाई तथा कड़ी ड्यूटी लेने लगे।अर्ध रात्रि में जब जेई बरसात के मौसम में बिजली फाल्ट को सही कराने के लिए बुलाते है तब कुछ कर्मचारियों के पशीने छूटने लगते है। वे कायर की तरह छुपा छुपी खेलते हैं। परन्तु बिजली उपभोक्ताओं को बिजली देने के लिए जेई आधी रात्रि तक मेहनत करते हैं, उनके साथ एसडीओ तथा यहां तक कि एक्शियन भी साथ खड़े हो जाते है। परन्तु कुछ संविदा कर्मी बिजली कर्मचारी उनके द्वारा ली जा रही कड़ी कार्य से परेशान होकर बगावत छेड़ दी है और उनके खिलाफ देवरिया के बिजली अधिकारी के पास शिकायत कर दी है। इस बात को लेकर तथा विरोध को लेकर जेई अमित कुमार इस्तीफा लगाने पर मजबूर है।
बताते चलें कि 25 जून को शाम से बिजली नहीं थी 33 हजार ब्रेक डाउन चल रहा था, मगर कोई बिजली कर्मचारी मौके पर नहीं था और न जेई की कोई बात सुन रहा था। रात्रि को जेई अकेले पुरना छापर के लिए चल पड़े है वे रास्ते मे थे और उन्होंने कहा कि जल्द हीं लगभग 1 से डेढ़ घण्टों में बिजली बहाल हो जाएगी।
परन्तु सवाल यहां उठ रहा था कि क्या संविदा कर्मी बिना कार्य के बिजली विभाग से सेलरी लेने की ठानी है।
सवाल यहां उठ रहा था कि एक अधिकारी ग्रामीणों के लिए समय पर बिजली देने के लिए कार्य कड़ी रुख अपना कर न ले तो फिर कौन लेगा और फाल्ट कैसे ठीक होगा। सवाल यहाँ उठता था कि किसी बिजली उपभोक्ताओं से जबरन लूज तार को पोल से जोड़ने पर पैसे की अधिकांश डिमांड की जाती रही थी और जेई के जानकारी में आने के बाद अगर पूछ ताछ कर दिया गया तो विरोध करना उचित थी। सवाल यहां उठा था कि क्या जेई स्वयं उपभोक्ताओं के घर जाकर बिजली का तार जोड़ रहे।
क्यों लगती है जेई की बात कड़वी ?…….. वहीं अमित कुमार जेई एक देश के जवान रहे है वह सरहद की सीमा पर नौकरी किये है। उनकी भाषा टाइट है क्योंकि वह एक सेना के जवान के साथ भोजपुरी भाषा से दूर रहे है। उनके जिला की भाषा बहुत कम लोगो को पसंद आती है, फिर भी जब से जेई अमित कुमार देवरिया के बघौचघाट उपकेंद्र पर आये हैं, तब से भाषा मे बहुत बदलाव हो चुका है अब वे भोजपुरी भाषा की धीरे धीरे समझ रहे है। परन्तु इस प्रकार के हार्ड काम लेने वाले जेई को कौन नही सलामी देगा। परन्तु आज यह जेई कुछ अपने ही संविदा कर्मचारियों के रवैया से अकेले बिजली को सही करने जाने पर मजबूर हो रहे है।
वहीं 25 जून की रात्रि 11.30 मिनट पर बिजली बहाल हुई , ततपश्चात बिजली बहाल के बाद समाचार प्रतिनिधि से जेई से वार्ता हुई, उन्होंने कहा कि मेरे अकेले निकलने के बाद कुछ बिजली संविदा कर्मी पीछे से अपनी ड्यूटी को समझकर आये जिसमे संदीप कुमार, वीरेंद्र, नितेश कुमार, मासूम, हरेंद्र, साहिल, धनंजय इत्यादि लोग उपस्थित हुए। इस सन्दर्भ में जब हमने संदीप और वीरेंद्र कुमार से बात की तो उन्होंने कहा कि कुछ बिजली कर्मचारियों से मतभेद चल रहा है, बैठकर समझ लिया जाएगा। अंत वीरेंद्र ने कहा कि साहब छूटी पर रात को ही चले गए अब वह जब आते है तो बिजली कर्मचारी परिवार के बीच जो कुछ वाद संवाद है इसका निस्तारण कर लिया जाएगा। सूत्रों का कहना है कि बैठक में मुरारी मोहन शाही उपस्थित होकर क्षेत्र के सम्मानित विधुत कर्मचारियों से वार्ता करेंगे।

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